Sunday 24 February 2013

,हौसला दीलाया आपने..........॥॥॥॥


कलम था हाथ में, लीखना सीखाया आपने. कलम था हाथ में, लीखना सीखाया आपने. ताकत थी हाथ में,हौसला दीलाया आपने.............दोस्तो दोस्ती करना इतना आशान है जैसे माटी पर माटी से माटी लीखना पर बीछडना आसान नही है जेसे पानी पर पानी लीखना ..मुझे प्यार मीला है जबसे,मैं खुश रहता हु तबसे लीखता था मै तबसे जब पढता था गाव की स्कुल मे लीखना मेरी माताकी असीमकृपा मुझे चारो और से प्यार मीला जीवन की ना पहेंचान है पर रख जाउगा माताका ज्ञान प्रेम भावना की ये मंझील है जहां जीव को मीलना है सामने जब  आती है राहे संभल संभल कर चलना है प्रेम जगमें पाया मैने ये माता जी की है देन सपने मेरे पुरे हो रहे है,ये है प्रभुकी  रहम है ..............
ललीत जोशी..........

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