आखीर ऎसा क्यो हॊता हे रुपया कमाने के लिए आखीर मेहनत तो करनी ही होती है ये सभी मन ही मन जानतॆ हॆ.... आज नॆता ... आखीर जनता ईन नेताओ की उन्नती के खीलाफ आवाज़ क्यो नही उठाते आखीर ऎक् नॆता चुनाव कॆ समय ईतना खर्चा क्यो कर दॆता हे जीतना तो उसॆ अपने कर्यकाल के पगार कॆ रुप मे नही मीलता हे फ़ीर भी हम सब चुप है मेरे दोस्तो अब हम भारतीय मुर्ख नहीं है, जो कुछ अभी भी बाकी रहे है, उन्हें आप जैसे देश भक्त अपनी कलम का सही इस्तमाल करके समझदार बना देंगे. पर मेरा देश जरूर बचेगा. और आगे कोइ लूट ना सकेंगा. आखीर देश कीस खाई मे गीर रहा है ???......
ललीत जोशी
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